Elon Musk की Neuralink ने बहुत अच्छा काम किया है. पहली बार मानव मस्तिष्क में एक चिपसेट प्रत्यारोपित किया गया। इसकी जानकारी खुदElon Musk ने X प्लेटफॉर्म (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करके दी। दरअसल, इस पर काफी समय से काम चल रहा था और सितंबर में कंपनी को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन से परीक्षण की मंजूरी मिल गई।
एक्स पर पोस्ट करते हुए Elon Musk ने जो कहा, उसके अलावा मस्क ने न्यूरालिंक के उत्पाद का नाम और उसके लाभों का भी उल्लेख किया। इसके बारे में विस्तार से बताएं.
Neuralink के प्रोडक्ट को Telepathy नाम दिया है। इसके बारे में Elon Musk ने कहा कि यह उन लोगों के लिए बहुत उपयोगी होगा जिनके हाथ-पैर नहीं हैं या कोई काम नहीं करते। इसकी मदद से यूजर्स अपने दिमाग का इस्तेमाल कर कंप्यूटर और स्मार्टफोन को कंट्रोल कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सोचिए अगर मशहूर वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग इसकी मदद से ही संवाद कर पाते।
Elon Musk का ट्वीट
परीक्षण का उद्देश्य वर्तमान में वायरलेस ब्रेन कंप्यूटर इंटरफ़ेस पर काम करना है। इसमें सर्जिकल रोबोट और इम्प्लांट की सुरक्षा पर ध्यान दिया गया है। यह जानकारी रॉयटर्स से मिली है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, Neuralink ने इसके लिए कुछ वॉलंटियर्स को चुना और उन पर इसका ट्रायल शुरू किया। पहले रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि कंपनी का लक्ष्य 2030 तक 22,000 लोगों में ब्रेन चिप्स इम्प्लांट करना है। Neuralink कंपनी की शुरुआत साल 2016 में हुई थी। हालाँकि, Neuralink पर कई बार नियम तोड़ने का आरोप लगा है।